उत्तर प्रदेश उच्च न्यायिक सेवा (UPHJS) परीक्षा 2023 : विस्तृत पाठ्यक्रम
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश उच्च न्यायिक सेवा (UPHJS) परीक्षा – 2023 का परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम जारी किया है। यह परीक्षा प्रत्यक्ष भर्ती के माध्यम से जिला न्यायाधीश के पद के लिए आयोजित की जाती है। सफल तैयारी के लिए उम्मीदवारों को पूरे सिलेबस और संरचना को ध्यान से समझना आवश्यक है।
परीक्षा की अवस्थाएँ
यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है :
- प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination – वस्तुनिष्ठ प्रश्न पत्र)
- मुख्य लिखित परीक्षा (Main Written Examination – वर्णनात्मक प्रश्न पत्र)
- साक्षात्कार (Interview / Personality Test)
अंतिम मेरिट सूची मुख्य लिखित परीक्षा + साक्षात्कार के अंकों के आधार पर बनाई जाती है।
चरण 1 : प्रारंभिक परीक्षा
- प्रकार : वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ)
- समय : 2 घंटे
- प्रश्नों की संख्या : 100 (प्रत्येक 1 अंक का, कोई ऋणात्मक अंकन नहीं)
- न्यूनतम उत्तीर्णांक : 45%
इस परीक्षा को केवल स्क्रीनिंग टेस्ट माना जाएगा। रिक्तियों की संख्या से 20 गुना उम्मीदवार (श्रेणीवार), जो न्यूनतम 45% अंक प्राप्त करेंगे, उन्हें मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा।
चरण 2 : मुख्य लिखित परीक्षा
मुख्य परीक्षा में कुल चार प्रश्नपत्र होंगे, प्रत्येक की अवधि 3 घंटे होगी। उम्मीदवारों को प्रत्येक प्रश्नपत्र में न्यूनतम 40% और कुल मिलाकर 45% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
📘 प्रश्नपत्र – I : सामान्य ज्ञान एवं विधिक भाषा (100 अंक)
भाग A : सामान्य ज्ञान (50 अंक)
- भारत का इतिहास एवं संस्कृति
- भारतीय भूगोल
- भारतीय संविधान एवं राजनीति
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
- राष्ट्रीय महत्व की सामयिक घटनाएँ
भाग B : विधिक भाषा (50 अंक)
- अंग्रेजी एवं हिंदी विधिक भाषा पर प्रवीणता
- अनुवाद एवं संक्षेप लेखन
- निर्णयों/विधिक अंशों का आलोचनात्मक विश्लेषण
- विधिक विषयों पर निबंध/संक्षिप्त लेखन
📘 प्रश्नपत्र – II : विधि-I (सांविधिक विधि) (200 अंक)
- भारतीय संविधान
- सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 (CPC)
- अनुबंध अधिनियम, 1872
- भागीदारी अधिनियम, 1932
- विशिष्ट राहत अधिनियम, 1963
- माल विक्रय अधिनियम, 1930
- संपत्ति अंतरण अधिनियम, 1882
- भारतीय ट्रस्ट अधिनियम, 1882
- दायित्व विधि (Law of Torts)
- मोटरयान अधिनियम (प्रासंगिक प्रावधान)
- परिमेय अधिनियम, 1963
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 (अब – भारती साक्ष्य अधिनियम, 2023)
📘 प्रश्नपत्र – III : विधि-II (प्रक्रियात्मक एवं दंड विधि) (200 अंक)
- दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 (CrPC)
- भारतीय दंड संहिता, 1860 (IPC) / भारतीय न्याय संहिता, 2023 (BNS)
- भारती साक्ष्य अधिनियम, 2023 (Evidence Law – आपराधिक पक्ष)
- विशेष आपराधिक अधिनियम :
- लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (POCSO)
- किशोर न्याय अधिनियम
- घरेलू हिंसा अधिनियम
- दहेज निषेध अधिनियम
- अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम
- अन्य प्रासंगिक आपराधिक अधिनियम
 
📘 प्रश्नपत्र – IV : विधि-III (परिवार एवं अन्य विधि) (200 अंक)
- परिवार विधि : हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, पारसी परिवार कानून
- उत्तराधिकार कानून : हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, मुस्लिम व्यक्तिगत विधि, भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम
- अभिभावकता कानून : हिंदू अल्पसंख्यकता एवं अभिभावक अधिनियम, अभिभावक एवं वार्ड अधिनियम
- विशेष विवाह अधिनियम, 1954
- मुस्लिम महिला (अधिकार संरक्षण) अधिनियम
- नगरपालिका अधिनियम एवं भूमि अधिग्रहण कानून
- वाणिज्यिक न्यायालय अधिनियम एवं मध्यस्थता अधिनियम
- उत्तर प्रदेश के स्थानीय कानून
चरण 3 : साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण (100 अंक)
- मुख्य लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों की संख्या रिक्तियों की संख्या से 3 गुना (श्रेणीवार) होगी।
- साक्षात्कार में उम्मीदवार के व्यक्तित्व, विधिक ज्ञान, संप्रेषण कौशल और न्यायिक सेवा हेतु उपयुक्तता का परीक्षण किया जाएगा।
- न्यूनतम उत्तीर्णांक : 45%
प्रमुख बिंदु
- उत्तर लेखन हिंदी या अंग्रेजी में किया जा सकता है (जहाँ विशेष रूप से भाषा का उल्लेख न हो)।
- प्रत्येक प्रश्नपत्र में अलग-अलग न्यूनतम अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
- अंतिम चयन केवल मुख्य लिखित परीक्षा + साक्षात्कार के अंकों पर आधारित होगा।
तैयारी के सुझाव
- बेयर ऐक्ट (Bare Acts) का गहन अध्ययन करें।
- सामयिक घटनाओं एवं न्यायालय के नवीनतम निर्णयों से अपडेट रहें।
- नए आपराधिक संहिताओं – भारतीय न्याय संहिता (BNS), भारती साक्ष्य अधिनियम (BSA), और भारती नागरीक सुरक्षा संहिता (BNSS) – को विशेष रूप से तैयार करें।
- उत्तर लेखन अभ्यास करें, केस-लॉ और धाराओं के साथ व्यवस्थित उत्तर लिखना सीखें।
- मॉक इंटरव्यू से आत्मविश्वास और संचार कौशल बढ़ाएँ।
UPHJS परीक्षा का पाठ्यक्रम व्यापक है, जिसमें सांविधिक, प्रक्रियात्मक, परिवार एवं विशेष कानून के साथ-साथ सामान्य ज्ञान और भाषा दक्षता भी शामिल है। योजनाबद्ध अध्ययन, निरंतर अभ्यास और सामयिक कानूनी विकास पर ध्यान देने से इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
👍 तालिका (Table) + फ्लोचार्ट रूप में इससे छात्रों को जल्दी समझने और याद रखने में आसानी होगी।
📑 उत्तर प्रदेश उच्च न्यायिक सेवा (UPHJS) परीक्षा 2023 : सिलेबस तालिका
| चरण | विवरण | अंक / समय | उत्तीर्णांक | 
|---|---|---|---|
| चरण 1 : प्रारंभिक परीक्षा | वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ), कुल 100 प्रश्न | 100 अंक, 2 घंटे | 45% | 
| चरण 2 : मुख्य लिखित परीक्षा | 4 प्रश्नपत्र – वर्णनात्मक | कुल 700 अंक, प्रत्येक पेपर 3 घंटे | प्रत्येक पेपर में 40% और कुल मिलाकर 45% | 
| चरण 3 : साक्षात्कार (Interview) | व्यक्तित्व परीक्षण, विधिक ज्ञान, संचार कौशल | 100 अंक | 45% | 
| अंतिम चयन | मुख्य लिखित + साक्षात्कार | कुल 800 अंक | — | 
📘 मुख्य लिखित परीक्षा : विस्तृत सिलेबस
| प्रश्नपत्र | विषय | अंक | 
|---|---|---|
| Paper I : सामान्य ज्ञान एवं विधिक भाषा | भारत का इतिहास व संस्कृति, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, विज्ञान-तकनीक, सामयिक घटनाएँ + हिंदी/अंग्रेजी विधिक भाषा, अनुवाद, निबंध | 100 | 
| Paper II : विधि-I (सांविधिक विधि) | भारतीय संविधान, CPC, अनुबंध अधिनियम, भागीदारी अधिनियम, विशिष्ट राहत, माल विक्रय, संपत्ति अंतरण, ट्रस्ट, दायित्व विधि, मोटरयान, परिमेय अधिनियम, भारती साक्ष्य अधिनियम 2023 | 200 | 
| Paper III : विधि-II (प्रक्रियात्मक व आपराधिक विधि) | CrPC, IPC/BNS, भारती साक्ष्य अधिनियम 2023, POCSO, JJ Act, घरेलू हिंसा, दहेज निषेध, SC-ST अधिनियम आदि | 200 | 
| Paper IV : विधि-III (परिवार व अन्य विधि) | हिंदू/मुस्लिम/ईसाई/पारसी परिवार कानून, उत्तराधिकार, अभिभावकता कानून, विशेष विवाह अधिनियम, मुस्लिम महिला अधिकार कानून, नगरपालिका कानून, भूमि अधिग्रहण, वाणिज्यिक न्यायालय अधिनियम, मध्यस्थता अधिनियम | 200 | 
📊 फ्लोचार्ट : UPHJS परीक्षा संरचना
UPHJS Exam
   │
   ├── चरण 1: प्रारंभिक परीक्षा
   │       • MCQ (100 प्रश्न, 100 अंक, 2 घंटे)
   │       • न्यूनतम 45% आवश्यक
   │
   ├── चरण 2: मुख्य लिखित परीक्षा
   │       ├── Paper I: सामान्य ज्ञान एवं विधिक भाषा (100 अंक)
   │       ├── Paper II: विधि-I (सांविधिक विधि) (200 अंक)
   │       ├── Paper III: विधि-II (आपराधिक एवं प्रक्रियात्मक) (200 अंक)
   │       ├── Paper IV: विधि-III (परिवार व अन्य कानून) (200 अंक)
   │       • प्रत्येक पेपर में 40% व कुल 45% आवश्यक
   │
   └── चरण 3: साक्षात्कार (100 अंक)
           • व्यक्तित्व, विधिक ज्ञान, संचार कौशल
           • न्यूनतम 45% आवश्यक
 

 
