मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार : एक संपूर्ण जानकारीपूर्ण लेख
1. परिचय
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च खेल सम्मान है। यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असाधारण प्रदर्शन किया हो और भारतीय खेलों को नई पहचान दी हो।
- स्थापना: 1991-92
- प्रथम विजेता: विश्वनाथन आनंद (शतरंज)
- पूर्व नाम: राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार
- वर्तमान नाम: मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार (6 अगस्त 2021 से)
- नकद राशि: ₹25 लाख (2020 से पहले ₹7.5 लाख थी)
2. नाम परिवर्तन : राजीव गांधी से ध्यानचंद
शुरुआत में इस पुरस्कार का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। लेकिन लंबे समय से यह मांग उठ रही थी कि इसे किसी महान खिलाड़ी के नाम पर होना चाहिए। 6 अगस्त 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि अब यह पुरस्कार हॉकी के महानतम खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर दिया जाएगा। ध्यानचंद को “हॉकी का जादूगर” कहा जाता है। उन्होंने भारत को 1928, 1932 और 1936 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक दिलाया।
3. पुरस्कार का उद्देश्य
- खिलाड़ियों के असाधारण प्रदर्शन को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देना
- खेलों के प्रति युवाओं को प्रेरित करना
- खिलाड़ियों को आर्थिक सहयोग व मानसिक प्रोत्साहन देना
- भारत की खेल संस्कृति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान को मजबूत करना
4. पात्रता एवं चयन प्रक्रिया
- यह पुरस्कार केवल खिलाड़ियों को दिया जाता है, टीमों को नहीं
- पिछले चार वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन को मुख्य आधार माना जाता है
- ओलंपिक खेल, पैरालंपिक, विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई खेल, कॉमनवेल्थ खेल आदि में प्रदर्शन देखा जाता है
- चयन राष्ट्रीय खेल पुरस्कार चयन समिति द्वारा किया जाता है, जिसमें पूर्व खिलाड़ी, खेल विशेषज्ञ और खेल प्रशासक शामिल होते हैं
- एक वर्ष में अधिकतम 19 खिलाड़ी (2020 में) को यह पुरस्कार दिया गया, सामान्यत: 1 से 3 खिलाड़ियों को ही यह सम्मान मिलता था
5. पुरस्कार की विशेषताएँ
- नकद राशि: ₹25 लाख
- स्मृति चिह्न: एक पदक और प्रशस्ति पत्र
- सम्मान समारोह: हर साल 29 अगस्त (मेजर ध्यानचंद जयंती) को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रीय खेल दिवस पर
6. प्रमुख विजेता (वर्षवार)
- 1991-92: विश्वनाथन आनंद (शतरंज)
- 2001: लिएंडर पेस (टेनिस)
- 2003-04: अंजू बॉबी जॉर्ज (एथलेटिक्स)
- 2008: अभिनव बिंद्रा (शूटिंग – ओलंपिक स्वर्ण)
- 2009: मेरी कॉम (मुक्केबाजी), सुशील कुमार (कुश्ती), विजेंदर सिंह (मुक्केबाजी)
- 2012: गगन नारंग (शूटिंग)
- 2016: पी. वी. सिंधु (बैडमिंटन), साक्षी मलिक (कुश्ती), दीपा करमाकर (जिम्नास्टिक्स), जीतू राय (शूटिंग)
- 2018: विराट कोहली (क्रिकेट), मीराबाई चानू (भारोत्तोलन)
- 2020: रोहित शर्मा (क्रिकेट), रानी रामपाल (हॉकी), विनेश फोगाट (कुश्ती), मनीषी जोशी (पैरा एथलीट), मीराबाई चानू (भारोत्तोलन)
- 2021: नीरज चोपड़ा (भाला फेंक – ओलंपिक स्वर्ण)
7. पुरस्कार से जुड़े विवाद
- कई बार चयन प्रक्रिया पर सवाल उठे कि कुछ खिलाड़ियों को राजनीतिक दबाव में सम्मान मिला
- 2016 में दीपा करमाकर के नाम पर विवाद हुआ क्योंकि कुछ अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी बराबर माना गया था
- 2020 में पहली बार इतने अधिक खिलाड़ियों (5) को एक साथ यह सम्मान मिला
8. महत्व और प्रभाव
- यह पुरस्कार खिलाड़ियों को देश का सर्वोच्च खेल सम्मान दिलाता है
- खिलाड़ियों के लिए यह न केवल आर्थिक मदद है बल्कि उनके करियर में मील का पत्थर साबित होता है
- भारत की खेल संस्कृति और ओलंपिक प्रदर्शन को नई दिशा मिलती है
- नए खिलाड़ी प्रेरित होकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने के लिए आगे आते हैं
9. निष्कर्ष
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार सिर्फ एक सम्मान नहीं बल्कि भारत की खेल संस्कृति का प्रतीक है। यह पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं। ध्यानचंद के नाम पर इस पुरस्कार का रखा जाना भारतीय खेल इतिहास को और भी गौरवपूर्ण बनाता है।
🟢 FAQs
Q1. मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किसे दिया जाता है?
A1. यह पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असाधारण प्रदर्शन किया हो और भारत का नाम रोशन किया हो।
Q2. खेल रत्न पुरस्कार की शुरुआत कब हुई थी?
A2. इसकी शुरुआत 1991-92 में हुई थी और पहला विजेता शतरंज ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद थे।
Q3. खेल रत्न पुरस्कार में कितनी नकद राशि दी जाती है?
A3. वर्तमान में विजेताओं को ₹25 लाख नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न दिए जाते हैं।
Q4. खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी से बदलकर ध्यानचंद क्यों किया गया?
A4. 6 अगस्त 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि इसे महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर दिया जाएगा ताकि खेल भावना का सम्मान हो सके।
Q5. हाल ही में (2021-2024) किन खिलाड़ियों को खेल रत्न मिला है?
A5. नीरज चोपड़ा (2021), मीराबाई चानू, रोहित शर्मा, विनेश फोगाट, रानी रामपाल (2020) आदि को हाल ही में यह सम्मान मिला है।